प्राइवेट प्रैक्टिस के आरोप में 2 डॉक्टर बर्खास्त, नियमों के खिलाफ काम करने पर हुई कार्रवाई

लखनऊ. डॉक्टरों की लापरवाही को लेकर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक सख्त नजर आ रहे हैं. ब्रजेश पाठक ने मंगलवार को निजी प्रैक्टिस करने वाले दो सरकारी डॉक्टरों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है. उन्होंने इसकी जानकारी ट्वीट कर दी है.
पाठक ने ट्वीटकरते हुए लिखा, ”गौतमबुद्धनगर में एक वरिष्ठ चिकित्साधिकारी एवं बाराबंकी में एक चिकित्साधिकारी के प्राइवेट प्रैक्टिस में संलिप्त होने के दृष्टिगत मेरे द्वारा दोनों चिकित्साधिकारियों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है.’
डिप्टी सीएम ने नियमों के खिलाफ काम करने पर यह कार्रवाई की है. प्राइवेट प्रैक्टिस के खिलाफ सरकार का कड़ा कदम है. दोनों डॉक्टर सरकारी अस्पताल में तैनात थे. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि नियमों के खिलाफ काम करने पर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि कहा कि सरकारी कार्यों में संवेदनहीनता व आम जनमानस के स्वास्थ्य को व्यापार समझने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
बर्खास्त किए गए डॉक्टरों में बाराबंकी के रामसनेही घाट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राजेश कुमार वर्मा और गौतमबुद्ध नगर के दनकौर सीएचसी में चिकित्साधिकारी डॉक्टर विजय प्रताप सिंह हैं. इनके खिलाफ 2015 में शिकायत मिली थी. डॉक्टर राजेश कुमार को 2017 में निलंबित किया गया था.