मैं पहली बार बस्तर आई हूं लेकिन मुझे बचपन से बस्तर के बारे में मालूम है, मेरी दादी कहती थी कि बस्तर में सबसे बढ़िया आदिवासी संस्कृति है : प्रियंका गांधी

रायपुर। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी जगदलपुर में आयोजित भरोसे का सम्मेलन में कहा कि 1955 में पंडित नेहरू यहां आदिवासी सम्मेलन में आए थे। इसके बाद आपके लिए काम किया। मेरी दादी इंदिरा जी के लिए मन में आपके लिए खास जगह थी। मैं पहली बार बस्तर आई हूं लेकिन मुझे बचपन से बस्तर के बारे में मालूम है। मेरी दादी कहती थी कि सबसे बढ़िया आदिवासी संस्कृति है। प्रियंका गांधी ने अपने संबोधन की शुरुआत दंतेश्वरी माई की जयकारा के साथ करते हुये उन्होंने कहा, आज भरोसे का सम्मेलन है। इतनी बड़ी तादाद में मैं देख रही हूं मेरी बहनें आई हैं। मैं तो बस्तर पहली बार आई हूं, आपको मेरे परिवार के एक-एक सदस्य पर भरोसा है। आप इसलिए आई हैं क्योंकि आज से कई साल पहले 1955 में पंडित जवाहरलाल नेहरू आदिवासी सम्मेलन में आए थे। आपके लिए काम किया। इंदिरा जी के दिल में आपके लिए खास जगह थी। बचपन से मुझे बस्तर के बारे में मालूम है। मैं आपकी हस्तकला को पहचानती हूं। आपकी संस्कृति को जानती हूं। मेरे परिवार के एक-एक सदस्य ने आपकी संस्कृति को पहचाना है। कांग्रेस पार्टी ने जितना भी काम किया यहां उसी भावना और भरोसे की वजह से किया। जीवन में जो भी रिश्ता होता है, हर रिश्ते में भरोसे की जरूरत होती है। ऐसा कोई काम नहीं जो भरोसे के बिना हो। जब में स्टॉल पर थी, तब आइसक्रीम वाली बहन ने कहा कि दीदी आप मत खाओ आपका गला खराब हो जाएगा। एक पल में रिश्ता जोड़ लिया, मेरी सहेली बन गई। सार्वजनिक जीवन में सबसे महत्वपूर्ण बात भरोसा होता है। आज हम सब इस मंच पर खड़े हैं। छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया नारा आपने सुना है। इस नारे में ही सब कुछ है। इस नारे में आपकी संस्कृति का मान-सम्मान है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि किस तरह एक जमाना था कि लोग आने से डरते थे। हिंसा भय था। आज बस्तर ब्रांड बन गया है। आपकी पहचान देश ही नहीं, विदेश में भी है। मैंने देखा किस तरह हस्तकला को बढ़ावा दिया जा रहा है। मिलेट्स के सामान बनाए जा रहे हैं. पूरे देशभर में बेचा जा रहा है। सरकार की मदद से आमदनी बढ़ गई है। मेरी दादी इंदिरा जी कहती थी कि सबसे बढ़िया संस्कृति आदिवासी संस्कृति है. वे इसलिए आदर करती थी कि आप लोग प्रकृति का सम्मान करते हैं. प्रकृति का आदर करते-करते आप अपना रोजगार करते हैं. आपकी संस्कृति के तहत योजना बनाने की कोशिश की है. साड़ियां सिल्क बना रही हैं. आमदनी बढ़ी है. इससे महिलाओं का आत्म सम्मान और आत्म विश्वास बढ़ा है. आज छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर सबसे कम है.