छत्तीसगढ़
हमारी कोई सुध लेने वाला नहीं’: तूफान ने छीना महिलाओं का सहारा, उड़ा पंडाल, 154 दिन से अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर बैठी हैं महिलाएं…

रायपुर. बेमौसम बारिश और तूफान विधवा महिलाओं पर कहर बनकर टूट है. महिलाएं पाई-पाई इकट्ठा करके ताल-पतरी से अपने लिए एक ठिकाना तैयार किया था. लेकिन तेज हवा उनके पंडाल को ले उड़ा गई. हवा-पानी के कारण महिलाएं पानी में भीगते हुए कीचड़ में रहने पर मजबूर हैं, क्योंकि उनकी ताल-पतरी का तेज़ तूफ़ान के कारण उड़ गई है.

वहीं अनुकंपा संघ की अध्यक्ष माधुरी ने कहा, धरना स्थल बूढ़ा तालाब पर हम 154 दिन से अनिश्चितकालीन हड़ताल में बैठे हुए हैं, लेकिन हमारी कोई सुध लेने वाला नहीं है. पंडाल में दो दिनों से बारिश और तूफ़ान में हम भीगते हुए यहां हैं, लेकिन जिला प्रशासन से कोई भी मदद नहीं मिली है.

आगे उन्होंने कहा, हमारी एक सूत्रीय मांग अनुकंपा नियुक्ति है. हम नहीं बोल रहा हैं कि, हमें ऊंचा पद दिया जाए, जिसकी जैसे योग्यता है उसके अनुसार अनुकंपा नियुक्ति दी जाए.