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रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर 19 लाख की ठगी,आरोपी गिरफ्तार

बालोद। छत्‍तीसगढ़ की बालोद पुलिस ने सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के सरगना को महाराष्ट्र के गोंदिया से गिरफ्तार किया है। जबकि दो अन्‍य सदस्‍यों को छत्‍तीसगढ़ से पकड़ा है. उत्तम अपने साथी डुलेश कुमार साहू और अंकुश मिश्रा के साथ मिलकर रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठता था। बालोद पुलिस को जब कई शिकायतें मिलीं, तो उन्होंने त्वरित कार्रवाई की। बालोद पुलिस ने भगवान सिंह धुव्र और हरीशचंद्र सिन्हा के नेतृत्व में दो विशेष टीमों का गठन किया, जिन्हें महाराष्ट्र के गोंदिया और नागपुर भेजा गया।लेकिन शातिर आरोपी अपने मूल पते को छोड़कर दूसरी जगह छिपा हुआ था। बालोद पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों का इस्‍तेमाल करके उत्तम चंद को गोंदिया से पकड़ लिया। इस ठगी के खेल में दो अन्य सदस्य, डुलेश कुमार साहू और अंकुश मिश्रा, को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।गिरोह का सरगना उत्तम चंद खांडेकर पूर्व सैनिक है, जोकि वर्ष 2008 में रिटायर हो चुका है। आरोपी खुद को रेलवे अधिकारी बताता था, भोले-भाले लोगों को नौकरी का सपना दिखाकर उनके मेहनत की कमाई ठगता था। शातिर ठग इससे पहले भी ठगी के मामलों में जेल जा चुका है और इस पर जिले में कुल तीन मामले दर्ज हैं।

धर्मेन्द्र साहू (29) ने शिकायत की कि डुलेश कुमार साहू ने उसे रेलवे में टिकट कलेक्टर की नौकरी दिलाने का प्रलोभन दिया। इसके बाद उसने अपने मित्र उत्तम से परिचय कराया, जिन्होंने 8.45 लाख रुपये की मांग की। पैसे लेने के बाद भी नौकरी नहीं मिली रेलवे कॉलोनी निवासी घनश्याम ढीमर ने शिकायत की कि डुलेष कुमार साहू ने उसे रेलवे में स्टेशन मास्टर की नौकरी दिलाने का झांसा दिया और गिरोह के दूसरे सहयोगियों उत्तम खांडेकर तथा अंकुष मिश्रा से परिचय कराया। तीनों ने मिलकर 11 लाख आठ हजार रुपये ठग लिए।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। बालोद पुलिस ने आम लोगों को सचेत रहने और ऐसे धोखेबाजों से सावधान रहने की सलाह दी है। किसी भी नौकरी के लिए पैसे की मांग होने पर तुरंत पुलिस को सूचित करने की बात कही है।

Tilesh Kumar Sen

संपादक, छत्तीसगढ़ लाइव 24

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