
छत्तीसगढ़ रायपुर।बता दें कि पूरे देश मे मोहर्रम यानी इमाम हुसैन की शहादत की याद में रक्तदान किया जाता है. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी यह आयोजन किया गया. कल कर्बला के मैदान में इमाम हुसैन और उनके साथियों का बड़ी बेरहमी से खून बहाया गया था, यहां तक कि छह माह के बच्चे के गले को भी लहूलुहान कर दिया गया था. उन्हीं महान बलिदानियों को, जिनका संदेश था ‘जियो और जीने दो’ श्रद्धांजलि देने के लिए इस शिविर का आयोजन किया गया. जो कि आशा से अधिक सफल रहा. इस शिविर की सफलता में बिलासा ब्लड सेंटर का भरपूर सहयोग मिला, जिसकी समाज के लोगों ने जमकर तारीफ की
मानवता प्रेमियों ने धर्म और जाति से ऊपर उठकर किया रक्तदान
इमाम हुसैन ने महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए समानता के अधिकार और कर्तव्यों की बात की थी. उसी से प्रेरित होकर इस हुसैनी रक्तदान शिविर में नक़ाबपोश महिलाओं का भी अभूतपूर्व उत्साह देखा गया. इमाम हुसैन इंसाफ और इंसानियत के भी तरफदार रहे, यहीं वजह है कि उनसे मोहब्बत करने वाले, उनके मानने वाले, करबला की याद मनाने वाले अन्य धर्मों के लोगों ने भी बढ़ चढ़कर रक्तदान किया और करबला के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. इस भव्य रक्तदान शिविर में कुल 155 लोगों ने रक्तदान किया.