
बीते दिनों दुल्लापुर के मिलन यादव ने कलेक्टर से इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगी थी
इन आरोपों पर व्यापारी विनय बोथरा ने सबूतों के साथ रखा अपना पक्ष
तहसीलदार हुलेश्वर पटेल और पटवारी निर्मल साहू वा अपने ऊपर लगे आरोपों को व्यापारी विनय बोथरा ने बताया बेबुनियाद
कवर्धा जिला मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर स्थित सोनपुरी दुल्लापुर रानी सागर में रहने वाले यादव परिवार ने कलेक्टर से इच्छा मृत्यु की मांग की थी । जिसके मुखिया मिलन यादव द्वारा कवर्धा तहसीलदार हुलेश्वर पटेल पटवारी निर्मल साहू और नगर के प्रतिष्ठित सर्राफा व्यवसायी विनय बोथरा पर अपने जमीन को लेकर आरोप लगाया है ।
विनय बोथरा के अनुसार पूरा मामला यह है कि मिलन यादव की जमीन को पूर्व में ही सिंचाई विभाग के द्वारा नहर नाली विस्तारीकरण के लिए भू अर्जित कर मुआवजा राशि प्रदान की जा चुकी है इसके बाद भी उपरोक्त भूमि पर मिलन यादव कब्जा कर बैठा हुआ है और मुआवजा पा चुके जमीन को ही पाने की मंशा पर मिलन यादव ने तहसीलदार हुलेश्वर पटेल और पटवारी निर्मल साहू पर जमीन को शासकीय कर दिया गया है ऐसा बात बनाकर कलेक्टर के समक्ष इच्छा मृत्यु की मांग को लेकर झूठा आवेदन प्रस्तुत कर दिया गया। नगर के प्रतिष्ठित सर्राफा व्यवसायी विनय बोथरा पर भी तरह-तरह के आरोप लगाते नहीं थक रहा है।
मिलन यादव के इन आरोपों के पीछे किसी तृतीय पक्ष का हाथ
हमारे सहयोगी एवम una ke वरिष्ठ पत्रकार के उनके द्वारा किए गए पूरे जांच पड़ताल के अनुसार मिलन यादव को इच्छा मृत्यु शब्द का अर्थ तक नहीं पता। उसको भड़काने के पीछे किसी तृतीय पक्ष का हाथ है।
इस मामले पर संबंधित हल्का के पटवारी निर्मल साहू से कहा है कि उपरोक्त भूखंड और खसरा क्रमांक बहुत पहले ही सिंचाई विभाग के द्वारा अर्जन करके नहर विस्तारीकरण के लिए मुआवजा राशि संबंधित व्यक्तियों को प्रदान की जा चुकी है।
देखें भू अर्जन संबंधित दस्तावेज
नायब तहसीलदार हुलेश्वर पटेल से पूरे मामले पर चर्चा करने पर उन्होंने भी संबंधित आवेदक के जमीन को सरकारी बताकर यह स्पष्ट किया है कि उपरोक्त जमीन को नहर नाली विस्तारीकरण के लिए ही भू अर्जन करके मुआवजा राशि प्रदान की जा चुकी है।
इस पुरे मामले पर मिलन यादव कों सरकारी जमीन पर कब्ज़ा किये जाने कों लेकर खाली किये जाने हेतु नोटिस भी जारी किया गया है..
इस पूरे खबर पर या दोनो पक्षों के आरोप प्रत्यारोप पर ChhattisgarhLive24 सच कौन और झूट कौन इस बात की पुष्टि नहीं करता। एक पत्रकार समाज का दर्पण जो घटता है उसे दिखाना हमारा कर्तव्य है। सच और झूट को सामने लाना जांचकर्ता प्रशासन का काम है