खुशहाल देशों की सूची में भारत, पाकिस्तान और नेपाल से पीछे। यह देश है नंबर वन पर

सबसे खतरनाक देशों का अगर नाम लिया जाए, तो पाकिस्तान-अफगानिस्तान उसमें शामिल होंगे। यहां आए दिन बम फटते रहते हैं। लोग खाने-पीने की चीजों के लिए परेशान रहते हैं। लेकिन हाल ही में वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट (World happiest countries) सामने आई है, जिसमें दावा किया गया है कि पाकिस्तान- नेपाल के लोग भारतीयों से ज्यादा खुशहाल हैं। इसके पीछे वजह भी बताई गई है। यह भी जानेंगे कि दुनिया का सबसे खुशहाल देश आखिर कौन है और क्यों?
सबसे खुशहाल देशों की सूची में भारत पहले की तरह 126वें नंबर पर बना हुआ है। यानी यह पाकिस्तान, नेपाल, नाइजीरिया, यूक्रेन, म्यांमार और यहां तक कि इराक से भी नीचे है। सूची देखकर भारत के लोग भले हैरान हो सकते हैं। लेकिन यह रैंकिंग संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के आधार पर तैयार की गई है।
फिनलैंड लगातार सातवीं बार नंबर वन पर
फिनलैंड ने लगातार सातवें साल दुनिया के सबसे खुशहाल देश का खिताब अपने नाम किया है। संयुक्त राष्ट्र की बुधवार को ‘वर्ल्ड हैपीनेस रिपोर्ट’ के अनुसार, खुशहाल देशों की रैंकिंग में नॉर्डिक देशों का दबदबा कायम है. फिनलैंड के बाद इस सूची में डेनमार्क, आइसलैंड और स्वीडन का नाम है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि फिनलैंड के लोगों का प्रकृति के साथ जुड़ाव, हेल्दी वर्क-लाइफ बैलेंस उनकी खुशहाली की प्रमुख वजहें हैं। फिनलैंड के लोग आर्थिक तरक्की से इतर भी जीवन की सफलता को देखते हैं, इसके अलावा, सामाजिक सुरक्षा, सरकारी संस्थाओं पर भरोसा, कम भ्रष्टाचार, अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं भी उनकी खुशहाली में योगदान देते हैं।
दूसरी ओर सर्वेक्षण में शामिल 143 देशों की सूची में अफगानिस्तान खुशहाल देशों की रैंकिंग में सबसे नीचे बना हुआ है जो 2020 में तालिबान के दोबारा सत्ता में आने के बाद से लगातार मानवीय संकटों का सामना कर रहा है।
अमेरिका की रैंक भी गिरी, टॉप 20 में नहीं शामिल बड़े देश
एक दशक से भी अधिक समय में पहली बार संयुक्त राज्य अमेरिका और जर्मनी, 20 सबसे खुशहाल देशों की लिस्ट से बाहर हो गए हैं और क्रमशः 23वें और 24वें स्थान पर आ गए हैं। अमेरिका रैंकिंग में पिछले साल 16वें स्थान पर था। कोस्टा रिका और कुवैत ने 12वीं और 13वीं रैंकिंग के साथ शीर्ष 20 में अपनी जगह बनाई है।