
नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग ने मानसून 2025 को लेकर बड़ा अपडेट दिया है। मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि इस बार दक्षिण पश्चिमी मानसून 5 दिन पहले यानि 27 मई को केरल पहुंच सकता है।आमतौर पर केरल में मानसून 1 जून तक पहुंचता है। अगर 27 मई को मानसून केरल पहुंचता है तो 13 साल बाद यह पहला मौका होगा, क्योंकि साल 2009 में 23 मई को मानसून पहुंचा था।
पिछले कुछ सालों के आंकडों पर गौर करे तो साल 2024 में 31 मई , 2023 में 8 जून, 2022 में 29 मई, 2021 में 3 जून और 2020 में 1 जून को पहुंचा था।भारत में इस साल चार महीने के मानसून के मौसम में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की उम्मीद है। इस दौरान 105 प्रतिशत बारिश हो सकती है, जो औसत बारिश 87 सेंटीमीटर से ज्यादा है।केरल में जल्दी मानसून आने से अनुमान लगाया जा रहा है कि अन्य राज्यों में भी यह तय समय से पहले पहुंच सकता है। आईए जानते है किस राज्य में कब तक मानसून पहुंच सकता है।
जानें किस राज्य में कब पहुंचेगा मानसून?
आमतौर पर दक्षिण पश्चिम मानसून एक जून को केरल पहुंचकर जुलाई के पहले हफ्ते तक पूरे भारत को कवर कर लेता है। इसके बाद सितंबर से मानसून भारत के उत्तर पश्चिमी इलाकों से विदाई लेना शुरू कर देता है और 15 अक्तूबर तक पूरी तरह से विदा हो जाता है।
मध्य प्रदेश में इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून अपने तय समय (15 जून) पर प्रदेश में पूर्वी क्षेत्र से दस्तक दे सकता है। इसके प्रवेश करने के पांच दिन में मानसून के पूरे प्रदेश में छा जाने की भी संभावना है। बारिश सामान्य से अधिक होने उम्मीद है। पिछले वर्ष मानसून ने प्रदेश में 6 दिन की देरी से 21 जून को प्रवेश किया था। वैसे प्रदेश में मानसून आने की सामान्य तारीख 15 जून है।
केरल से झारखंड पहुंचने में मानसून को लगभग 10 से 12 दिन लगते हैं, ऐसे में उम्मीद है कि झारखंड में जून के पहले सप्ताह में मानसून दस्तक दे सकता है।
बिहार में मानसून के 13 से 15 जून के बीच पहुंचने की संभावना है। पिछले साल मानसून पांच दिन देर से 20 जून को आया था और सामान्य से 20% कम बारिश हुई थी।यूपी में भी 20 से 25 जून के बीच मानसून के पहुंचने का अनुमान है।