
कबीरधाम जिले में त्रि स्तरीय पंचायत चुनाव के प्रथम चरण के चुनाव 17 फरवरी 25 को संपन्न हुए जिसमे अजीबो गरीब मामले मतदान केंद्रों में वा चुनाव चिन्ह आबंटन को देखने को मिले जो सीधे चुनाव आयोग के कार्यशैली पर सवाल खड़े करते है और लोकतंत्र में चुनाव के महत्व पर सिस्टम के कमजोरी का सुबूत बयां करते है।
कबीरधाम। पहला मामला है सहसपुर लोहारा के ग्राम पंचायत जमुनिया का जहां पर पीठासीन अधिकारी के द्वारा प्रदान किए गए गणना पर्ची में गणित कही पर फिट नहीं बैठता।
प्रत्याशियों को प्राप्त कुल वोटों का योग 457 होना चाहिए पर पर्ची 555 लिखा है। वहीं खारिज किए गए 05 मतों के पश्चात विधिमान्य मतों का आंकड़ा भी मैच नहीं करता। साथ ही इस पंचायत में 04 पदों के मतदान हुए, पर सिर्फ सरपंच पद के लिए डाले गए मतदान की 1 पर्ची गायब। यह पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया पर बड़ा प्रश्न है।
वही दूसरे कांड में।
जिले के जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमांक 25 के चुनाव के क्रम बद्ध नाम निर्देशन 8 ग में ही बड़ी त्रुटि हुई है।
जहां पर M वर्णमाला में पहले आता है वहां पर R अक्षर के प्रत्याशी राजेश मारकंडे को मीना धृतलहरे से ऊपर रखा गया है।
छोटी छोटी गलतियां चुनाव वा देश के लोकतंत्र के प्रणाली को प्रभावित करती यह तो फिर ब्लंडर मिस्टेक है। देखते है की कि चुनाव इसपर कोई सुधार करती है या फिर अपना पल्ला झाड़ लेती है।