बलौदाबजार में आखिर क्यों भड़की हिंसा। कलेक्ट्रेट के दफ्तरों में जमकर तोड़फोड़ कर लगा दी आग। 50 से ज्यादा वाहन भी आग में खाक

छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार में सोमवार को बड़ी संख्या में सतनामी समाज के लोग पहुंचे, जहां उन्होंने कलेक्टर का घेराव किया और जमकर विरोध प्रदर्शन किया। लोग दशहरा मैदान में एक जुट होकर विरोध जता रहे थे कि देखते ही देखते इस प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया। हालांकि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए थे पर भीड़ अचानक उग्र हो गई और पुलिस और अधिकारियों के साथ मारपीट के साथ कलेक्ट्रेट में तोड़फोड़ और आगजनी पर उतारू हो गई। 50 से ज्यादा वाहन और भवन को उग्र लोगो ने जला दिया।समाज शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के लिए हुए इकट्ठा पर अचानक हो गए हिंसकबीते दिनों गिरौधपुरी के धार्मिक स्तंभ जैतखंभ में अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा तोड़फोड़ किए जाने का विरोध और कार्यवाही को लेकर समाजिक भीड़ कलेक्ट्रेट के बाहर इकट्ठा हुई थी। भीड़ अचानक हिंसक हुई और कलेक्ट्रेट में घुसकर तोड़फोड़ करने लगी। कई वाहनों और सरकारी दफ्तरों को आग लगा दिया। पथराव में कई पुलिसकर्मी और अधिकारी घायल हो गए। हालांकि घटना के बाद जिला प्रशासन ने बलौदाबाजार शहर में धारा 144 लागू कर दिया है। मुख्यमंत्री विष्णु देवसाय ने उपद्रियो के सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।